13 Best ways to treatment of cervical pain. सर्वाइकल दर्द के इलाज के 13 सर्वोत्तम उपाय।

सर्वाइकल पेन का घरेलू इलाज || Cervical Pain Home Remedy || सर्वाइकल पेन कारण, लक्षण और उपचार

नमस्कार दोस्तो, 13 Best ways to treatment of cervical pain. सर्वाइकल दर्द के इलाज के 13 सर्वोत्तम उपाय। इस ब्लॉग मे आपका स्वागत है.

परिचय
सर्वाइकल (Cervical) पेन (गर्दन का दर्द) आजकल तेजी से बढ़ रही एक समस्या बन गई है। यह दर्द अधिकतर गर्दन के निचले हिस्से, कंधों और पीठ के ऊपरी हिस्से में महसूस होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि सर्वाइकल पेन के कारण क्या होते हैं, इसके लक्षण कैसे पहचाने जा सकते हैं, और इसका घरेलू उपचार क्या है। इस समस्या से निजात पाने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय और एक्सर्साइज भी सुझाई जाएगी।

Table of Contents

सर्वाइकल (Cervical) पेन के कारण

सर्वाइकल (Cervical) पेन होने के कई कारण होते हैं। इसके प्रमुख कारण हैं:

  1. लंबे समय तक बैठकर काम करना: जो लोग घंटों तक कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं, उनकी गर्दन पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। यह सर्वाइकल पेन का मुख्य कारण बनता है।
  2. गलत बैठने की मुद्रा: अक्सर हम झुककर बैठते हैं या सोते समय सही पोश्चर नहीं रखते। यह भी सर्वाइकल पेन की समस्या को बढ़ाता है।
  3. मांसपेशियों में खिंचाव: मांसपेशियों के तनाव और खिंचाव के कारण सर्वाइकल पेन हो सकता है, खासकर यदि आपको व्यायाम की आदत नहीं है।
  4. स्लीपिंग पोजीशन: गलत तरीके से सोना, विशेष रूप से ऊंचे तकिए का इस्तेमाल, गर्दन पर दबाव डालता है, जिससे सर्वाइकल पेन की समस्या उत्पन्न होती है।
  5. मोटापा और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली: वजन अधिक होने से शरीर की संरचना पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे सर्वाइकल पेन होने की संभावना बढ़ जाती है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लक्षण

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. गर्दन में दर्द और अकड़न: यह सर्वाइकल पेन का सबसे प्रमुख लक्षण है। गर्दन को हिलाने या घुमाने में कठिनाई महसूस होती है।
  2. सिरदर्द: लगातार गर्दन के दर्द के कारण सिरदर्द भी हो सकता है, जिसे “सर्वाइकल सिरदर्द” कहा जाता है।
  3. कंधे और बाजू में दर्द: गर्दन के दर्द के साथ कंधे और बाजू में भी दर्द महसूस हो सकता है।
  4. कमजोरी और सुन्नपन: कभी-कभी सर्वाइकल पेन के कारण हाथों और अंगुलियों में कमजोरी और सुन्नपन भी हो सकता है।
  5. आंखों में दर्द: कुछ मामलों में, सर्वाइकल पेन की वजह से आंखों के आसपास दर्द और धुंधलापन भी हो सकता है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन का घरेलू उपचार

सर्वाइकल (Cervical) पेन से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं:

1. गरम पानी की सिकाई

गरम पानी से सिकाई करने से सर्वाइकल पेन में आराम मिलता है। यह दर्द को कम करता है और मांसपेशियों की अकड़न को दूर करता है। दिन में 2-3 बार गरम पानी की सिकाई करें।

2. हल्दी का सेवन

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। एक गिलास गरम दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से सर्वाइकल पेन में राहत मिलती है।

3. मालिश

नारियल या तिल के तेल से गर्दन की हल्की मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और दर्द में आराम मिलता है। मालिश को धीरे-धीरे करना चाहिए और अत्यधिक दबाव नहीं डालना चाहिए।

4. लहसुन का सेवन

लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो शरीर में दर्द और सूजन को कम करते हैं। रोज़ाना सुबह खाली पेट 1-2 लहसुन की कलियाँ खाने से लाभ होता है।

5. बर्फ से सिकाई

अगर दर्द अत्यधिक है और सूजन है, तो बर्फ से सिकाई करें। बर्फ से सिकाई करने से सूजन कम होती है और दर्द में भी आराम मिलता है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लिए एक्सरसाइज

सर्वाइकल (Cervical) पेन से बचने और गर्दन को स्वस्थ रखने के लिए कुछ आसान एक्सरसाइज की जा सकती हैं:

1. गर्दन की स्ट्रेचिंग

गर्दन की स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ता है और दर्द में आराम मिलता है। इसे करने के लिए, अपने सिर को धीरे-धीरे एक ओर झुकाएं और 10 सेकंड तक रोकें। फिर दूसरी ओर झुकाएं। इसे 5-10 बार दोहराएं।

2. चिन्न टक एक्सरसाइज

चिन्न टक एक्सरसाइज सर्वाइकल पेन के लिए बेहद प्रभावी है। इसमें आप अपनी ठुड्डी को धीरे-धीरे पीछे की ओर खींचते हैं, जैसे कि आप एक डबल चिन बना रहे हों। इसे 10 बार दोहराएं।

3. कंधे घुमाना

अपने कंधों को धीरे-धीरे आगे और पीछे घुमाएं। यह व्यायाम गर्दन और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और दर्द को कम करता है।

4. कैट-काऊ स्ट्रेच

यह योगासन मांसपेशियों को लचीला बनाता है और सर्वाइकल पेन में आराम दिलाता है। इसके लिए आप अपने घुटनों और हाथों के बल पर बैठें, फिर अपनी पीठ को धीरे-धीरे ऊपर और नीचे करें, जैसे कि एक बिल्ली खिंचती है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन से बचने के उपाय

सर्वाइकल (Cervical) पेन से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. सही पोश्चर बनाए रखें: बैठते और काम करते समय सही पोश्चर रखें। हमेशा अपनी पीठ और गर्दन को सीधा रखें।
  2. लंबे समय तक बैठने से बचें: लगातार बैठकर काम करने से बचें। हर 30-40 मिनट पर उठकर कुछ स्ट्रेचिंग करें।
  3. तकिए का सही चयन: सोते समय अपने तकिए का सही चयन करें। बहुत ऊंचे तकिए का इस्तेमाल न करें।
  4. व्यायाम करें: रोजाना नियमित रूप से व्यायाम करें ताकि मांसपेशियों को मजबूती मिल सके और सर्वाइकल पेन से बचा जा सके।
  5. वजन नियंत्रित रखें: वजन अधिक होने से गर्दन और पीठ पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे सर्वाइकल पेन की संभावना बढ़ जाती है। स्वस्थ आहार और व्यायाम के माध्यम से अपने वजन को नियंत्रित रखें।

सर्वाइकल (Cervical) पेन का विस्तृत घरेलू उपचार

1. अदरक की चाय

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो सर्वाइकल पेन में बहुत लाभकारी होते हैं। अदरक की चाय का नियमित सेवन करने से मांसपेशियों में आई सूजन कम होती है और दर्द में राहत मिलती है।

कैसे बनाएं अदरक की चाय:

  1. एक कप पानी में 1-2 अदरक के छोटे टुकड़े डालें।
  2. इसे 5-10 मिनट तक उबालें।
  3. फिर छानकर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।

2. गर्म पानी और नमक का उपयोग

गर्म पानी में नमक मिलाकर उस पानी में एक कपड़ा भिगोएं और इसे दर्द वाली जगह पर रखें। नमक के कारण यह मिश्रण सूजन को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। इसे दिन में 2 बार 15-20 मिनट तक करें।

3. हल्दी और शहद का मिश्रण

हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन नामक तत्व सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। शहद के साथ हल्दी का मिश्रण बनाकर सेवन करने से सर्वाइकल पेन में राहत मिलती है।

कैसे बनाएं:

  1. आधा चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच शहद लें।
  2. इन दोनों को मिलाकर रोज़ सुबह खाली पेट लें।

4. एप्सम सॉल्ट बाथ

एप्सम सॉल्ट में मैग्नीशियम सल्फेट पाया जाता है, जो मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द को कम करने में मदद करता है। अगर आपको सर्वाइकल पेन हो, तो सप्ताह में 2-3 बार एप्सम सॉल्ट से नहाना फायदेमंद हो सकता है।

5. विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त भोजन

सर्वाइकल (Cervical) पेन से राहत पाने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन-डी और कैल्शियम की आवश्यकता होती है। विटामिन-डी की कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और इससे सर्वाइकल पेन बढ़ सकता है। इसलिए आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो विटामिन-डी और कैल्शियम से भरपूर हों, जैसे कि दूध, दही, अंडे, मछली, और सूरज की रोशनी में समय बिताना।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के आयुर्वेदिक उपचार

1. अश्वगंधा

अश्वगंधा एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और तनाव को कम करती है। अश्वगंधा पाउडर का सेवन सर्वाइकल पेन के इलाज में मददगार साबित होता है।

2. गिलोय

गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय का काढ़ा नियमित रूप से सेवन करने से सर्वाइकल पेन में राहत मिलती है।

3. तिल का तेल

तिल के तेल में गर्मी पैदा करने वाले गुण होते हैं, जो दर्द को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने में सहायक होते हैं। तिल के तेल को हल्का गरम करके प्रभावित क्षेत्र की मालिश करने से दर्द में राहत मिलती है।

4. महायोगराज गुग्गुल

यह आयुर्वेदिक दवा सर्वाइकल पेन सहित अन्य मांसपेशी और हड्डी से संबंधित समस्याओं में मदद करती है। इसका नियमित सेवन डॉक्टर की सलाह से करने से दर्द में आराम मिल सकता है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन का प्राकृतिक उपचार

1. एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर

सर्वाइकल (Cervical) पेन के इलाज में एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर एक प्रभावी तरीका हो सकता है। इसमें शरीर के विशेष बिंदुओं पर दबाव डालकर दर्द को कम किया जाता है।

2. योग

योग सर्वाइकल पेन के इलाज में सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक है। यह मांसपेशियों को लचीला बनाता है और शरीर में रक्त संचार को सुधारता है। कुछ प्रमुख योगासन, जैसे भुजंगासन, मार्जारीआसन (कैट-काऊ पोज़), और शिशुआसन (चाइल्ड पोज़), सर्वाइकल पेन को कम करने में मददगार होते हैं।

कैसे करें:

  • भुजंगासन (Cobra Pose): पेट के बल लेटकर अपने हाथों से शरीर को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाएं। यह मांसपेशियों को खींचता है और दर्द में राहत प्रदान करता है।
  • मार्जारीआसन (Cat-Cow Pose): घुटनों और हाथों के बल पर बैठें, फिर अपनी पीठ को ऊपर और नीचे की ओर खींचें। यह गर्दन और रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है।

3. डीप ब्रीदिंग (गहरी साँस लेना)

गहरी साँस लेने की तकनीक तनाव को कम करती है और मांसपेशियों को आराम देती है। इसे नियमित रूप से करने से सर्वाइकल पेन में आराम मिलता है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लिए आहार और जीवनशैली में बदलाव

सर्वाइकल (Cervical) पेन से बचने और दर्द को कम करने के लिए आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव आवश्यक हैं:

  1. स्वस्थ आहार लें: विटामिन-सी, विटामिन-डी, और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे कि दूध, हरी सब्जियां, फल, और मछली।
  2. जल्दी सोने और जागने की आदत डालें: नियमित रूप से पर्याप्त नींद लेना सर्वाइकल पेन के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  3. धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब से मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द बढ़ सकता है, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
  4. वजन को नियंत्रित रखें: वजन अधिक होने से गर्दन पर दबाव पड़ता है, जिससे सर्वाइकल पेन हो सकता है। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार के माध्यम से अपने वजन को नियंत्रित रखें।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लिए घरेलू और वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां

1. आयुर्वेदिक उपचार और हर्बल चिकित्सा

आयुर्वेदिक चिकित्सा में सर्वाइकल पेन का इलाज करने के लिए कुछ प्रमुख हर्बल औषधियों और उपचार पद्धतियों का उपयोग किया जाता है। यह न केवल मांसपेशियों को आराम दिलाने में सहायक होती हैं, बल्कि शरीर में आई असंतुलन को भी ठीक करती हैं।

  • अश्वगंधा: यह एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है जो मांसपेशियों के तनाव को कम करती है। इसका सेवन प्रतिदिन करने से मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द में राहत मिलती है।
  • त्रिफला: यह आयुर्वेदिक औषधि पाचन क्रिया को सुधारने और शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होती है। नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से सूजन कम होती है, जिससे दर्द में आराम मिलता है।
  • मुलेठी: मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसे गर्म पानी के साथ या काढ़ा बनाकर लिया जा सकता है।

2. होम्योपैथिक उपचार

होम्योपैथिक उपचार भी सर्वाइकल पेन के लिए प्रभावी हो सकते हैं। यह दवाएं धीरे-धीरे शरीर के प्राकृतिक हीलिंग सिस्टम को सक्रिय करती हैं और दर्द को कम करती हैं।

  • रूस टॉक्स: यह होम्योपैथिक दवा उन लोगों के लिए उपयोगी होती है जिनको लगातार गर्दन की जकड़न महसूस होती है।
  • ब्रायोनिया: यदि गर्दन में हल्का भी हिलाना दर्द को बढ़ा देता है, तो यह दवा उपयोगी हो सकती है।

3. प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति (Naturopathy)

सर्वाइकल (Cervical) पेन के इलाज में प्राकृतिक चिकित्सा भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक उपायों और सही आहार का पालन करके दर्द को कम करती है।

  • हाइड्रोथेरेपी: पानी से संबंधित उपचारों का उपयोग मांसपेशियों को आराम देने और दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। गर्म पानी से स्नान या स्टीम बाथ इसके अंतर्गत आते हैं।
  • सूर्य स्नान: प्राकृतिक रूप से शरीर में विटामिन-डी की पूर्ति के लिए नियमित रूप से सूरज की रोशनी में कुछ समय बिताना फायदेमंद हो सकता है।

4. फिजियोथेरेपी

फिजियोथेरेपी सर्वाइकल पेन के इलाज में एक अत्यधिक प्रभावी और सुरक्षित तरीका है। इसमें प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट गर्दन और कंधों की मांसपेशियों की मालिश, खिंचाव और ताकत बढ़ाने के लिए व्यायाम सिखाते हैं। यह मांसपेशियों के तनाव को कम करता है और दर्द से राहत दिलाता है।

5. चिरोप्रैक्टिक चिकित्सा

चिरोप्रैक्टिक उपचार रीढ़ की हड्डी को संरेखित करने पर केंद्रित होता है। यदि सर्वाइकल पेन की समस्या रीढ़ की हड्डी के असंतुलन के कारण होती है, तो चिरोप्रैक्टिक चिकित्सा बहुत फायदेमंद हो सकती है। यह उपचार केवल प्रशिक्षित विशेषज्ञ से ही कराना चाहिए।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के लिए सावधानियाँ

1. सही बैठने और सोने की स्थिति

सर्वाइकल (Cervical) पेन से बचने के लिए सही बैठने और सोने की स्थिति का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। यदि आपकी बैठने की स्थिति सही नहीं है, तो इससे गर्दन और कंधों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे सर्वाइकल पेन हो सकता है।

  • बैठने की स्थिति: जब आप बैठें, तो सुनिश्चित करें कि आपकी रीढ़ सीधी हो और आपकी गर्दन झुकी हुई न हो। यदि आप कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं, तो स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें।
  • सोने की स्थिति: सोते समय गर्दन को पर्याप्त सहारा मिलना चाहिए। सही तकिये का चयन करें जो आपकी गर्दन को सीधा रखे। बहुत ऊँचे या बहुत नीचे तकिये का इस्तेमाल करने से बचें।

2. भारी वजन उठाने से बचें

भारी वजन उठाने से गर्दन पर तनाव बढ़ सकता है, जिससे सर्वाइकल पेन की समस्या गंभीर हो सकती है। अगर आपको भारी वजन उठाना पड़े, तो इसे सही तकनीक से उठाएं और गर्दन को झुकाने से बचें।

3. लंबे समय तक एक ही स्थिति में न रहें

लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहने से भी सर्वाइकल पेन की समस्या हो सकती है। इसलिए हर 30-40 मिनट में अपनी स्थिति बदलें, और हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम करें।

4. तनाव और चिंता को कम करें

तनाव और चिंता से मांसपेशियों में तनाव बढ़ सकता है, जिससे सर्वाइकल पेन की संभावना अधिक होती है। ध्यान, प्राणायाम, और योग के माध्यम से तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं।

5. नियमित व्यायाम करें

नियमित व्यायाम करने से गर्दन और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है। योग, पिलाटे और कार्डियो एक्सरसाइज के जरिए गर्दन की मांसपेशियों को फ्लेक्सिबल और मजबूत रखा जा सकता है।

सर्वाइकल (Cervical) पेन की रोकथाम के लिए टिप्स

  1. मांसपेशियों को मजबूत बनाएं: नियमित व्यायाम करें जिससे गर्दन और कंधों की मांसपेशियाँ मजबूत और लचीली रहें।
  2. रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और सर्वाइकल पेन की समस्या से बचा जा सकता है।
  3. सही तकिये का उपयोग करें: गर्दन को उचित समर्थन देने के लिए सही ऊँचाई और गुणवत्ता का तकिया उपयोग करें।
  4. तनाव से बचें: तनाव मांसपेशियों को कड़ा कर सकता है, जिससे सर्वाइकल पेन की समस्या हो सकती है। इसलिए नियमित रूप से ध्यान और प्राणायाम करें।
  5. स्मार्टफोन और लैपटॉप का सही उपयोग करें: स्मार्टफोन और लैपटॉप का उपयोग करते समय गर्दन को झुकाने से बचें। इन उपकरणों का उपयोग करते समय आँखों के स्तर पर रखें।

सर्वाइकल (Cervical) पेन के कारण होने वाली जटिलताएँ

सर्वाइकल (Cervical) पेन को अगर समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे:

  1. गर्दन में जकड़न: दर्द लंबे समय तक बना रहने पर गर्दन की मांसपेशियाँ जकड़ सकती हैं, जिससे गर्दन को हिलाना मुश्किल हो जाता है।
  2. रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव: लंबे समय तक गंभीर सर्वाइकल पेन से रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे तंत्रिका तंत्र पर असर हो सकता है।
  3. सिरदर्द: सर्वाइकल पेन से जुड़े कुछ लोगों को सिरदर्द की समस्या भी होती है। खासकर जो दर्द गर्दन के पिछले हिस्से से उठकर सिर तक फैलता है।

निष्कर्ष

सर्वाइकल (Cervical) पेन एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे सही समय पर पहचाना और उपचार किया जाए, तो इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपायों, आयुर्वेदिक उपचारों, योग, और सही जीवनशैली अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता है। यदि आपको लंबे समय तक दर्द महसूस होता है या घरेलू उपायों से राहत नहीं मिलती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य

लें। नियमित रूप से व्यायाम और सही पोश्चर अपनाकर इस दर्द से बचा जा सकता है, जिससे आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।

13 Best ways to treatment of cervical pain. सर्वाइकल दर्द के इलाज के 13 सर्वोत्तम उपाय। इसके बारे में अधिक जाने के लिए यह वीडियो देखें.

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